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चाय या कॉफी


चाय या कॉफी भाग-10

रातभर में आरती ने बहुत कुछ सोच लिया था।और तैयारी भी कर ली थी।

दूसरे दिन लिया की शमन के साथ मीटिंग थी।
शमन के ऑफिस में लिया को छोड़कर आरती अपने ऑफिस पहुंची।

कल के फंक्शन और फिर लिया के कारण वह मानसिक रूप से थक चुकी थी।उसका मन काम में लग नहीं रहा था।

जैसे ही आरती ऑफिस पहुंची।अनामिका ने उसे खबर दी 

,,हैलो आरती, मैं और गगन एक हफ्ते में ही कोर्ट मैरेज कर रहे हैं।क्योंकि गगन को यूके की कंपनी ने तीन साल के लिए हायर कर लिया है..।मैंने भी अपने वीजा के लिए अप्लीकेशन डाल दिया है।,,

,,ओ...ग्रेट..!,अभी बता रही हो कल क्यों नहीं बताया।,,आरती ने कहा।

,,अरे,कल तुम कितना व्यस्त थी...।अब कहाँ डिस्टर्ब करती।,,

हाय रब्बा..!,सुबोध तो सैलरी बढ़ा रहा था उसपर दीवाली बोनस.. सब ठुकरा रही हैं तू गगन के आगे..!,,चुहल करती हुई आरती ने कहा।

,,हाहा.. अब मेरी तू रख लेना।अनामिका मुस्कुराते हुए बोली।



,,चल यार बधाई हो।अब बुला ले जल्दी से अपने पूरे फैमिली को।हां यार बहुत परेशान हूँ लिया के कारण।,,

,,अरे क्या हुआ लिया को?,,

तभी लिया का फोन आता है:

,,हैलो दीदी, शमन सर ने मेरा सेलेक्शन कर लिया है।अब मैं फोटोशूट कराकर ही मुंबई निकल जाऊंगी।आप मेरा इंतजार मत करना..!,,

,,डफर..!,फोन रखते हुए आरती ने लिया को कहा।
फिर अनामिका से बोली

,,अनु,इस शमन के बच्चे को क्या हो गया है।खुद पीछे हट गया था अपने परिवार के विरुद्ध जाने का साहस नहीं कर पाया...अब इस छोटी सी बच्ची को बरबाद करने पर तूल गया है।
अभी खबर लेती हूँ इस कमबख्त का।,,

यह कहकर उसने सुबोध को फोन लगा दिया और सारी बातें बता दिया।
सुबोध ने भरपूर भरोसा दिया कि लिया के साथ कुछ भी गलत नहीं होगा।

आरती निश्चिंत हो जाती है।फिर अपने काम में लग जाती है।
पिछले दिनों जो रैंप वॉक पर अनामिका के डिजाइन सेलेक्ट हुए थे, उनपर ही और आउटफिट्स बनाने थे।

सुबोध ऑफिस आ जाय उससे पहले वह सारे काम कर लेना चाहती थी इसलिए वह अपनी असिस्टेंट भूमिका से कहती है

,,भूमिका, सुबोध सर के आने से पहले सारे आउटफिट्स हैंगर में टांग दो और दो तीन डमी भी शोरूम में लगा दो।,,

भूमिका काम में लग जाती है।आरती लैपटॉप पर डिजाइन्स के डिटेल्स देखने लगती है।

वह अपने मोबाइल से पहले फैब्रिक वाले को फैब्रिक देने के लिए कहती है।फिर धागे वाले से धागे और क्रिस्टल देने के लिए कहती है।
बाकी और भी सारे काम करते  लंच का समय हो गया।
भूख लग गई थी।उसने अनामिका को फोन कर उसे अपने केबिन में बुला लेती है।
भूमिका, अना और आरती तीनों लंच करने लगते हैं कि सुबोध और शमन दोनों ऑफिस में पहुंच जाते हैं।
आते ही सुबोध आरती और अनामिका दोनों को अपने केबिन में बुलाता है।

आरती और अना आधा ही लंच लेकर हाथ धोकर सुबोध के केबिन में जाती है।

वहां शमन भी बैठा हुआ था।सुबोध आरती से सारे कामों के अपडेट्स मांगता है।
आरती फोन निकाल कर जैसे ही सारे अपडेट्स देने लगती है वहां लिया का रिसेंट मैसेज देखकर उसका व्हाट्सएप चैट चेक करने लगती है।

लिया को टू पीस सेट में देखकर वह गुस्से से बिफर जाती है।

वह सुबोध को छोड़कर शमन की तरफ मुड़ती है और उसे गुस्से में डांट ते हुए कहती है

,,शमन, मुझे तुमसे यह उम्मीद नहीं थी?,,

,,कैसी उम्मीद आरती?,,शमन मुस्कुराते हुए कहा।

,,अरे तुमलोग एक दूसरे से परिचित हो... मुझे तो पता ही नहीं था... कैसे.. कैसे जानते हो एक दूसरे को?,,
,,यह मेरी बेस्ट फ्रेंड थी निफ्ट में..!,,शमन मुस्कुराते हुए कहा।

आरती निरुत्तर थी।

सुबोध ने फिर कहा
,,किस बात की उम्मीद नहीं थी आरती.. यह तुम क्या बोल रही थी..?,,

आरती ने अपना मोबाइल खोलकर सुबोध की ओर बढ़ा या।

सुबोध यह देखकर पहले चौंक गया फिर आरती को बहाने से शोरूम चेक करने के लिए भेज दिया।
....
क्रमशः
सीमा...✍️
©®
#नॉन स्टॉप प्रतियोगिता हेतु




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6 Comments

Kavita Jha

18-Sep-2022 09:01 AM

बहुत सुंदर 👌🙏

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Pallavi

29-Jun-2022 10:10 PM

Nice post 👍

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Mohammed urooj khan

27-Jun-2022 12:21 PM

सुन्दर भाग 👌

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